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चली हवा अलबेली

चली हवा अलबेली

बरसात की सहेली

चली हवा अलबेली

 

सूरज, बादलों ने

खेली आंख मिचौनी

किसका पैगाम लाए

बन गई है पहेली

चली हवा अलबेली

 

मेघों को आज मिला क्या

जो उनका वक्ष फूला

उमड़ती उस खुशी को

छेड़ कर हठिली

चली हवा अलबेली

 

ले कर बूंदे साथ

नन्हें नन्हें जैसे ताज़

फूलों घाटियों को

सजाती अकेली

चली हवा अलबेली

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